कुंडली में काल सर्प दोष का होना ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण ग्रहण दोष माना जाता है, और इसका असर व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार की समस्याओं का कारण बन सकता है। काल सर्प दोष का होने का कारण कुंडली में राहु और केतु के प्रति अशुभ स्थिति होती है, और इसका समाधान काल सर्प पूजा या राहु-केतु के उपायों के माध्यम से किया जा सकता है.
काल सर्प दोष के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:
1. आधिक्य: यह दोष व्यक्ति के जीवन में अधिक चुनौतियां देता है और संघटनों की तरह दिखाई देता है.
2. स्वास्थ्य समस्याएँ: काल सर्प दोष के लिए प्रसिद्ध है कि व्यक्ति को आकस्मिक रूप से अस्वस्थ रहता है और वायरस और रोगों की आसान होती है.
3. संबंध समस्याएँ: व्यक्ति के बाल्यकाल से ही प्रेम और विवाह सम्बन्धों में दिक्कतें आती हैं.
4. कार्य में अवरोध: व्यक्ति के काम करने में अवरोध आता है और सामाजिक प्रतिष्ठा पर भी गिरावट आ सकती है.
काल सर्प दोष के उपाय या पूजा के बारे में तो, यह ज्योतिष और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से समय, स्थान, और पंडित या ज्योतिषी की सलाह पर निर्भर करता है. अधिकतर यह पूजा विशेष मंत्रों और दानों के साथ की जाती है, जो व्यक्ति को इस दोष से मुक्त कर सकते हैं.
आपके क्षेत्र स्थित ज्योतिषी या पंडित को संपर्क करके विस्तार से जानकारी प्राप्त करें और उनकी मार्गदर्शन में काल सर्प दोष के उपाय को करें।
आचार्य सागर जी एक अंतर्राष्ट्रीय सेलिब्रिटी ज्योतिषी हैं। पिछले 17 सालों से वह पूजा का आयोजन करते आ रहे हैं. उनके पास विभिन्न पूजाओं के लिए विशेष पंडितों की एक बड़ी टीम भी है।
पंडित जी द्वारा कालसर्प दोष, मांगलिक दोष, अर्क विवा,ह कुंभ विवाह, वास्तु शांति, नवग्रह शांति, महामृत्युंजय दोष आदि कुंडली से संबंधित समस्त प्रकार के दोषों का निवारण पूर्ण विधि-विधान से संपन्न कराया जाता है। अभी तक देश विदेश के हजारों व्यक्ति लाभान्वित होकर सुखमय जीवन भगवान महाकाल के आशीर्वाद से व्यतीत कर रहे हैं।
जय श्री महाकाल जी ।