काल सर्प दोष पूजा को किसी पंडित या धार्मिक गुरु की मार्गदर्शन में करना सबसे अच्छा होता है, क्योंकि यह एक पवित्र और महत्वपूर्ण रितुअल होता है जिसमें विशेष मंत्र, पूजा सामग्री, और विधियाँ होती हैं। यहां कुछ सामान्य चरण दिए जा रहे हैं, लेकिन यदि आप किसी पंडित से सलाह लें, तो वे आपको सही रूप से मार्गदर्शन कर सकते हैं:
- पूजा की तैयारी:
- पूजा का सामग्री जैसे कि फूल, दीपक, धूप, अगरबत्ती, बेल पत्ती, फल, नये कपड़े, गौ मूत्र, शंख, चमक, चावल, गुड़, घी, गंगाजल, बिल्वपत्र आदि का आग़मन कराएं।
- कुछ सफ़ाई और शुद्धिकरण का भी काम करें।
2. स्थल तैयारी:
- एक शुद्ध और पवित्र स्थल चुनें, जहां पूजा की जा सके।
3.मंत्र पाठ:
- काल सर्प दोष पूजा के दौरान, पंडित या गुरु द्वारा दिए गए मंत्रों का उच्चारण करें।
4.पूजा:
- पूजा के दौरान, मंगलकलश और श्रीफल का उपयोग करें।
- नाग देवता की मूर्ति का पूजन करें, जिसमें कुछ दूध और गंगा जल का चढ़ाव करें।
- धूप, दीपक, अगरबत्ती आदि की प्रज्वलित करें।
- मंगलकलश और श्रीफल का विशेष पूजन करें।
5.दान:
- पूजा के बाद, गरीबों को दान दें और दोष से मुक्त होने की कामना करें।
6.प्रार्थना:
- आपकी इच्छाओं और समस्याओं के लिए नाग देवता से मांगें और उनसे क्षमा प्राप्त करने की प्रार्थना करें।
काल सर्प दोष पूजा करने से पहले, आपको किसी पंडित या धार्मिक गुरु से सलाह लेना और मार्गदर्शन प्राप्त करना अच्छा रहेगा। वे आपको यह सही रूप से कैसे करना है यह बता सकते हैं, क्योंकि यह विधि विभिन्न स्थानों और संप्रदायों के आधार पर भिन्न हो सकती है।
आचार्य सागर जी एक अंतर्राष्ट्रीय सेलिब्रिटी ज्योतिषी हैं। पिछले 17 सालों से वह पूजा का आयोजन करते आ रहे हैं. उनके पास विभिन्न पूजाओं के लिए विशेष पंडितों की एक बड़ी टीम भी है।
पंडित जी द्वारा कालसर्प दोष, मांगलिक दोष, अर्क विवा,ह कुंभ विवाह, वास्तु शांति, नवग्रह शांति, महामृत्युंजय दोष आदि कुंडली से संबंधित समस्त प्रकार के दोषों का निवारण पूर्ण विधि-विधान से संपन्न कराया जाता है। अभी तक देश विदेश के हजारों व्यक्ति लाभान्वित होकर सुखमय जीवन भगवान महाकाल के आशीर्वाद से व्यतीत कर रहे हैं।
जय श्री महाकाल जी ।